अंधविश्वास कैसे कैसे ?
इस पेज पर आप को बताया जायगा की कैसे कैसे अंधविश्वास हमारे समाज मे प्रचलित है
1.बिल्ली के द्वारा रास्ता काटा जाना।
अब बताये बिल्ली के रास्ता काटने से लोग वापिस घर आ जाते है वापिस आने से काम नहीं होता काम तो तब होगा ना जब काम पर जाया जाएगा।
2. सुबह घर से निकलते ही कोई खाली बर्तन ले जाता दिख जाना।
अब सुबह सवेरे सब दूध लेने जाते है तो वो तो खाली बर्तन ले कर ही जायेंगे।
3. किसी का छींक देना जब कहीं जा रहे हों
अब जनाब आप कही जा रहे है और सड़क पर अनेक लोग और भी तो जा रहे है अब किसी को छींक बता के तो आयेगी नहीं आती छींक को रोका भी तो नहीं जा सकता है।
११. कौवे के बारे अन्धविश्वास
13. अगर कौआ मुंडेर पर आकार ज़ोर ज़ोर से आवाजें निकले तो यह आगंतुक के आने की निशानी है।
खुद ही सोचिये कौआ को देखते रहे तो खाए कमाएंगे कब ?
इस पेज पर आप को बताया जायगा की कैसे कैसे अंधविश्वास हमारे समाज मे प्रचलित है
1.बिल्ली के द्वारा रास्ता काटा जाना।
एक चुटकला
बिल्ली (अपनी बेटी बिल्ली से ):वापिस क्यूँ आ गई ?
छोटी बिल्ली : माँ घर से निकली ही थी एक आदमी रास्ता काट गया ।अब बताये बिल्ली के रास्ता काटने से लोग वापिस घर आ जाते है वापिस आने से काम नहीं होता काम तो तब होगा ना जब काम पर जाया जाएगा।
2. सुबह घर से निकलते ही कोई खाली बर्तन ले जाता दिख जाना।
अब सुबह सवेरे सब दूध लेने जाते है तो वो तो खाली बर्तन ले कर ही जायेंगे।
3. किसी का छींक देना जब कहीं जा रहे हों
अब जनाब आप कही जा रहे है और सड़क पर अनेक लोग और भी तो जा रहे है अब किसी को छींक बता के तो आयेगी नहीं आती छींक को रोका भी तो नहीं जा सकता है।
4. शव यात्रा का दिखाई देना
कही जा रहे हो और शव यात्रा दिखाई दे तो उसे शुभ माना जाता है, जिस का कोई मर गया वो तो उस के लिए कभी शुभ नहीं हो सकता , लेकिन उस की शव यात्रा अन्य अनजान लोगो के लिए शुभ हो सकती है वाह रे अन्धविश्वासियों !!
जिसका कोई गया उस से पूछो जरा वो बताएगा शुभ अशुभ क्या होता है।
5. शव दाह करके वापिस आते लोग
शव दाह करके आते लोगो का दिखाई दें अशुभ मना जाता है अब बताओ इन अंध्विश्वासीयों के लिए तो रोज शव यात्रा जाती ही दिखनी चाहिए क्यों ?
6. चारपाई को उल्टा खड़ा देखना।
चारपाई को उल्टा तब खड़ा करते है
जब उस घर मे कोई मौत हो गई हो इसलिए इसे अशुभ मानते है
अब तो चारपाइयां ऐसी आती है,
जिस का उल्टा सीधा पता ही नहीं चलता अब तो इस अंधविश्वास से मुक्त हो जाएँ ।
7. कुत्ते का रोना सुनाई देना।
अब कुत्ते के पेट मे दर्द है या उसे भूख लगी है तो वो तो रोयेगा ही अपने बच्चे भी तो रोते है ।
8. चाबियों का गुच्छे को छ्नकना (खड़खड़ाना)।
अगर गुच्छे मे अधिक चाबियों है तो आप खड़खड़ाना कैसे रोक सकते है।
9. झाड़ू पर पैर लगने से बढ़ती है पैसों की तंगी, पढ़िए क्यों और कैसे...
घर में कई वस्तुएं होती हैं कुछ बहुत सामान्य रहती है। इनकी ओर किसी का ध्यान नहीं जाता। ऐसी चीजों में से एक है झाड़ू। जब भी साफ-सफाई करना हो तभी झाड़ू का काम होता है। अन्यथा इसकी ओर कोई ध्यान नहीं देता। शास्त्रों के अनुसार झाड़ू के संबंध कई महत्वपूर्ण बातें दी गई हैं।
शास्त्रों के अनुसार झाड़ू को धन की देवी महालक्ष्मी का ही प्रतीक रूप माना जाता है। इसके पीछे एक वजह यह भी है कि झाड़ू ही हमारे घर से गरीबी रूपी कचरे को बाहर निकालती है और साफ-सफाई बनाए रखती है। घर यदि साफ और स्वच्छ रहेगा तो हमारे जीवन में धन संबंधी कई परेशानियां स्वत: ही दूर हो जाती हैं। प्राचीन परंपराओं को मानने वाले लोग आज भी झाड़ू पर पैर लगने के बाद उसे प्रणाम करते हैं क्योंकि झाड़ू को लक्ष्मी का रूप माना जाता है। विद्वानों के अनुसार झाड़ू पर पैर लगने से महालक्ष्मी का अनादर होता है। झाड़ू घर का कचरा बाहर करती है और कचरे को दरिद्रता का प्रतीक माना जाता है। जिस घर में पूरी साफ-सफाई रहती है वहां धन, संपत्ति और सुख-शांति रहती है। इसके विपरित जहां गंदगी रहती है वहां दरिद्रता का वास होता है। ऐसे घरों में रहने वाले सभी सदस्यों को कई प्रकार की आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी कारण घर को पूरी तरह साफ रखने पर जोर दिया जाता है ताकि घर की दरिद्रता दूर हो सके और महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त हो सके। घर से दरिद्रता रूपी कचरे को दूर करके झाड़ू यानि महालक्ष्मी हमें धन-धान्य, सुख-संपत्ति प्रदान करती है। जब घर में झाड़ू का कार्य न हो तब उसे ऐसे स्थान पर रखा जाता है जहां किसी की नजर न पड़े। इसके अलावा झाड़ू को अलग रखने से उस पर किसी का पैर नहीं लगेगा जिससे देवी महालक्ष्मी का निरादर नहीं होगा। यदि भुलवश झाड़ू को पैर लग जाए तो महालक्ष्मी से क्षमा की प्रार्थना कर लेना चाहिए।
शास्त्रों के अनुसार झाड़ू को धन की देवी महालक्ष्मी का ही प्रतीक रूप माना जाता है। इसके पीछे एक वजह यह भी है कि झाड़ू ही हमारे घर से गरीबी रूपी कचरे को बाहर निकालती है और साफ-सफाई बनाए रखती है। घर यदि साफ और स्वच्छ रहेगा तो हमारे जीवन में धन संबंधी कई परेशानियां स्वत: ही दूर हो जाती हैं। प्राचीन परंपराओं को मानने वाले लोग आज भी झाड़ू पर पैर लगने के बाद उसे प्रणाम करते हैं क्योंकि झाड़ू को लक्ष्मी का रूप माना जाता है। विद्वानों के अनुसार झाड़ू पर पैर लगने से महालक्ष्मी का अनादर होता है। झाड़ू घर का कचरा बाहर करती है और कचरे को दरिद्रता का प्रतीक माना जाता है। जिस घर में पूरी साफ-सफाई रहती है वहां धन, संपत्ति और सुख-शांति रहती है। इसके विपरित जहां गंदगी रहती है वहां दरिद्रता का वास होता है। ऐसे घरों में रहने वाले सभी सदस्यों को कई प्रकार की आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी कारण घर को पूरी तरह साफ रखने पर जोर दिया जाता है ताकि घर की दरिद्रता दूर हो सके और महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त हो सके। घर से दरिद्रता रूपी कचरे को दूर करके झाड़ू यानि महालक्ष्मी हमें धन-धान्य, सुख-संपत्ति प्रदान करती है। जब घर में झाड़ू का कार्य न हो तब उसे ऐसे स्थान पर रखा जाता है जहां किसी की नजर न पड़े। इसके अलावा झाड़ू को अलग रखने से उस पर किसी का पैर नहीं लगेगा जिससे देवी महालक्ष्मी का निरादर नहीं होगा। यदि भुलवश झाड़ू को पैर लग जाए तो महालक्ष्मी से क्षमा की प्रार्थना कर लेना चाहिए।
१०. विधवा औरत का दिख जाना
तो क्या अब वो घर से निकलना भी बंद कर दे?
आवाज में कर्कशता के कारण कौए अर्थात कागले को अपशगुनी पक्षी माना जाता है।
विभिन्न शास्त्रों में कौए को यमराज का दूत भी कहा गया है।
ऐसी लोकमान्यता है कि कौआ यमलोक में जाकर पृथ्वीवासियों के विषय में चित्रगुप्तजी को सूचित करता है। अर्थात कौआ ही व्यक्ति के लेखेजोखे का हिसाब रखता है परंतु शगुन शास्त्र के अनुसार कौआ मात्र यमलोक में ही नहीं वरण हम मनुष्यों को भी संकेत देकर हमारे आने वाले कल कि भविष्यवाणी करता है।
जानिए कब क्या संकेत देता है कौआ ?
1. अगर कौआ अपने पैर से सिर खुजाता हुआ दिखाई दे तो कार्य सिद्ध होता है।
2. अगर कौआ किसी व्यक्ति पर मध्यान के समय मंडराने लगे तो यह शुभ संकेत है। ऐसे में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
3. अगर कौआ उड़ते हुए पंजे से सिर का स्पर्श कर जाए तो यह अशुभ संकेत है। ऐसे मे व्यक्ति को मृत्यु तुल्य कष्ट प्राप्त होता है।
4. अगर कौआ सिर पर आकार बैठ जाए तो यह अशुभ संकेत है।ऐसे में सुख और सौभाग्य का नाश होता है।
5. अगर खाना खाते समय कौआ झपट्टा मारकर खाने में से कुछ ले उड़े तो यह अशुभ संकेत है। ऐसे में शत्रुओं से हार का सामना करना पड़ता है।
6. अगर सुबह कहीं जाते समय कौआ आकर पांव से स्पर्श करे तो यह शुभ संकेत है। यह संकेत जीवन में उन्नति, धन लाभ और शत्रुओं पर विजय दर्शाता है।
7. अगर कौआ गाय की पीठ पर बैठा दिखाई दे तो सर्वभय का कारण बनता है।
8. अगर कौआ सूखे पेड़ पर बैठा दिखाई दे, तो रोग का सूचक होता है।
9. अगर कौआ पेड़ की टूटी डाल पर बैठा दिखाई दे तो यह संकेत जेल यात्रा के होते हैं।
10. अगर कौआ किसी के सिर पर हड्डी का टुकड़ा गिरा दे तो उस व्यक्ति की मृत्यु के संकेत मिलते हैं।
11. अगर रात के समय कौए एकत्र होकर कांव-कांव करने लगें, तो यह विनाश के संकेत हैं।
12. अगर कौआ पीठ के पीछे से आकार कंधे पर बैठ जाए तो विदेश यात्रा में लाभ के संकेत देता है।
खुद ही सोचिये कौआ को देखते रहे तो खाए कमाएंगे कब ?
जारी .......