क्या है जेसीबी मशीन? What is JCB Machine?
हमारे
आस-पास ऐसी बहुत सी छोटी छोटी चीज़ें और बातें हैं जिनके बारे में हम जानना नहीं
चाहते या जानना पसंद नहीं करते या फिर हमारा ज़ेहन ऐसा होता ही नहीं कि हम जानना
चाहें। हम सबने सड़कों पर या किसी कंस्ट्रक्शन साईट पर "पीले रंग" की जेसीबी
मशीन गाड़ी (JCB Machine) देखी
होंगी और हम आये दिन देखते ही हैं। शायद ही कभी किसी ने सोचा हो कि इसका नाम JCB (जेसीबी) क्यूँ है?
इस JCB (जेसीबी) का क्या मतलब है? JCB मशीन दुनिया कि पहली ऐसी मशीन है जो
बिना नाम के मार्किट में सन 1945 में
लाँच हुई। इसको बनाने वाले बहुत दिनों तक इसको क्या नाम दिया जाए इसी
में परेशान रहे। और आपको बताऊँ कि JCB (जेसीबी)
मशीन का नाम ना होकर इंजन का नाम है। जिन्होंने इस
गाड़ी (मशीन) का आविष्कार 1945 में
किया उनका नाम "जोसफ सायरिल बमफोर्ड" (Joseph Cyril Bamford) है और आविष्कार करने के बहुत दिनों बाद कोई नाम ना सूझने पर इस
एक्स्कावाटर (Excavator)
का नाम उन्ही के नाम के इनिशियल पर JCB रख
दिया गया। यह मशीन कंस्ट्रक्शन और रियल एस्टेट में पूरी दुनिया में एक नयी क्रांति
लेकर आई। बेसिकली यह एक एक्स्केवेशन (Excavation) मशीन
है। जिसका कोई टेक्निकल मैकेनिकल और एर्गोनोमिकल नाम है ही नहीं, इसलिए इसे टेक्निकली इंसानी नाम का ब्रांड बनाया गया, (जैसे कार एक मशीन है मगर ब्रांड और लिटरली हम उसे कार के नाम
से जानते हैं)। यह दुनिया का पहला ऐसा ब्रांड है जिसे ट्रेडमार्क इसके आविष्कार के
65 साल बाद सन 2009 में
किया गया। जेसीबी मशीन
(JCB
Machines) की एक
और ख़ास बात यह है यह पहली "प्राइवेट" ब्रिटिश कंपनी थी जिसने भारत में
अपनी फैक्ट्री लगायी थी और आज जेसीबी मशीन
(JCB
Machines) का
पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट भारत से ही किया जाता है। जेसीबी मशीन (JCB Machines) का रंग पूरे दुनिया में पिछले 65 सालों
से पीला ही है। याद रहे की दुनिया का सबसे पुराना ट्रेडमार्क "टाटा संस"
जो कि टाटा वालों का है और यह भारत के लिए गर्व करने की बात है।
------महफूज अली
1 टिप्पणी:
Bahut hi gyanbardhak jankari mili....
Thanks
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