शनिवार, 11 फ़रवरी 2012

क्यों जरूरी है रक्तदान ? Why Blood Donation ?

क्यों जरूरी है रक्तदान ? Why Blood Donation ?
रक्तदान का शरीर से निकाल कर जरूरतमंद व्यक्ति को देना रक्तदान कहलाता है बशर्ते इसके बदले कोई धन पुरस्कार आदि ना लिया जाए या  रक्तदान तब होता है जब एक स्वस्थ व्यक्ति स्वेच्छा से अपना रक्त देता है रक्तदान सही मायनों मे जीवनदान ही है। हमारे द्वारा किया गया रक्त का दान कई लोगो की जान बचाता है। इस बात का अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई अपना खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है। उस वक्त हम नींद से जागते हैं और उसे बचाने के लिए खून के इंतजाम की जद्दोजहद करते हैं। देश भर में रक्तदान हेतु नाको, रेडक्रास, पंजीकृत ब्लडबैंक, सेना हस्पताल  जैसी कई संस्थाएँ लोगों में रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास कर रही है परंतु इनके प्रयास तभी सार्थक होंगे, जब हम स्वयं रक्तदान करने के लिए आगे आएँगे और अपने मित्रों व रिश्तेदारों को भी इस हेतु आगे आने के लिए प्रेरित करेंगे।
जीवन बचाने के लिए खून चढाने की जरूरत पडती है। दुर्घटनारक्‍तस्‍त्रावप्रसवकाल और ऑपरेशन आदि अवसरों में शामिल है,जिनके कारण अत्‍यधिक खून बह सकता है और इस अवसर पर उन लोगों को खून की आवश्‍यकता पडती है। थेलेसिमियाल्‍यूकिमियाहीमोफिलिया जैसे अनेंक रोगों से पीडित व्‍यक्तियों के शरीर को भी बार-बार रक्‍त की आवश्‍यकता रहती है अन्‍यथा उनका जीवन खतरे में रहता है। जिसके कारण उनको खून चढाना अनिवार्य हो जाता है
स्वैच्छिक रक्तदान में केवल 450 मिलीलीटर रक्त निकाला जाता है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के मुताबिक आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि 450 मिली खून तीन जिन्दगियों को बचा सकता है। सही समय पर रक्त न मिलने की वजह से प्रति वर्ष देश में बहुत सारे जरूरतमंदों की मौत हो जाती है। सड़क दुर्घटना, गर्भावस्‍था से गुजर रही महिलाएं, बड़ी सर्ज़री वाले मरीज, कैंसर के शिकार व्यक्तियों व थैलीसीमिया के शिकार बच्चों को सुरक्षित रक्त की बेहद आवश्यकता होती है। 
 रक्त से रक्‍त अवयवों को अलग कर जरूरतमन्द मरीजों को चढ़ाने से रक्‍त की बचत होती है, जो इस देश के लिए आवश्‍यक है । एक यूनिट ब्लड से कई अवयव तैयार किए जा सकते हैं, जैसे- लाल रक्तकणिकाएं, प्लेटलेट्स, प्लाज्मा आदि। किसी मरीज को केवल वही अवयव चढ़ाया जाता है जिसकी उसे जरूरत होती है।
रक्तदान के फायदे 
बीएल कपूर मेमोरियल अस्पताल के ट्रांसफ़्यूजन मेडिसीन विभाग की डॉ. रसिका सेतिया के अनुसार स्‍वैच्छिक रक्तदान से फायदे ही फायदे हैं । उनके अनुसार रक्तदान करके न सिर्फ किसी की ज़ि़न्दगी बचाने जैसी अनमोल खुशी मिलती है बल्कि इससे हमारी सेहत को भी लाभ पहुंचता है।
* दिल के रोगों की संभावना कम होती है- यह पाया गया है की खून में लौह तत्व का स्तर बढ़ने पर हृदय रोग की संभावना बढ़ जाती है। नियमित तौर पर रक्तदान करने से फालतू लौह तत्व शरीर से बाहर (खासकर पुरुशों के मामले में) चला जाता है। इस प्रकार हृदयाघात का जोखिम एक तिहाई तक कम हो जाता है।
* नई लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन बढ़ता है- रक्तदान करने वाले व्यक्ति के शरीर से खून निकल जाने पर लाल रक्त कोशिकाओं में कमी आ जाती है। इनकी पुन: पूर्ति के लिए हमारी मज्जा तुरन्त नई कोशिकाओं के उत्पादन में लग जाती है और इस तरह हमारा खून स्वच्छ व नया हो जाता है।
* कैलोरी घटती है- नियमित तौर पर रक्तदान करके आप फिट रह सकते हैं। 450 मिली रक्तदान करने से आप अपने शरीर की 650 कैलोरी कम कर सकते हैं।
* प्राथमिक रक्त परीक्षण हो जाता है- इन सब फायदों के साथ रक्तदाता के खून का एक छोटा सा परीक्षण (रक्तदान के पूर्व व पश्चात्) भी हो जाता है। इसमें शामिल होते हैं- ऐचआईवी, ऐचबी स्तर की जांच, रक्तचाप, शरीर का वजन आदि।
रक्तदान से यूरिक अम्ल और केलस्ट्रोल की मात्रा भी नियंत्रित रहती है 

LOWER IRON LEVELS,Reduce the chance of heart diseases,Enhance the production of new Red Blood Cells,REPLENISH BLOOD'Helps in fighting hemochromitosis,Burns calories,Basic blood test is done & REDUCE CANCER RISK



कौन कौन कर सकता है रक्तदान : 


जिसकी आयु 18 से 65 वर्ष के बीच हो।
जिसका वजन (100 पौंड) 48 किलों से अधिक हो।
जो क्षय रोग, रतिरोग, पीलिया, मलेरिया, मधुमेंह, एड्स आदि बीमारियों से पीडित नहीं हो।
जिसने पिछले तीन माह से रक्‍तदान नहीं किया हो।
रक्‍तदाता ने शराब अथवा कोई नशीलीदवा न ली हो।
गर्भावस्‍था तथा पूर्णावधि के प्रसव के पश्‍चात शिशु को दूध पिलाने की 6 माह की अवधि में किसी स्‍त्री से रक्‍तदान स्‍वीकार नहीं किया जाता है।
आओ प्रतिज्ञा करें कि हम नियमित रक्तदाता बनेंगे
संदर्भ सूत्र :१.http://en.wikipedia.org/wiki/Blood_donation




18 टिप्‍पणियां:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
घूम-घूमकर देखिए, अपना चर्चा मंच
लिंक आपका है यहीं, कोई नहीं प्रपंच।।
--
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार के चर्चा मंच पर की जाएगी!
सूचनार्थ!

virendra sharma ने कहा…

सुन्दर मनोहर भाव वेळ . बहुत अच्छी जन उपयोगी सूचना .सार्थक पोस्ट .

S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib') ने कहा…

सार्थक आवाहन...
सादर आभार.

रचना दीक्षित ने कहा…

सुंदर तर्क संगत जानकारी और सार्थक आह्वान.

आभार.

ePandit ने कहा…

बहुत बढ़िया जानकारी दी आपने। यदि हो सके तो एक पोस्ट में रक्तदान सम्बन्धी भ्रान्तियों का निवारण भी करें जैसे रक्तदान से कमजोरी आना आदि।

एक बात और क्या रक्तदान से कॉलेस्ट्रॉल में कमी भी होती है?

Darshan Lal Baweja ने कहा…

ePandit ने आपकी पोस्ट " क्यों जरूरी है रक्तदान ? Why Blood Donation ? " पर एक टिप्पणी छोड़ी है:

बहुत बढ़िया जानकारी दी आपने। यदि हो सके तो एक पोस्ट में रक्तदान सम्बन्धी भ्रान्तियों का निवारण भी करें जैसे रक्तदान से कमजोरी आना आदि।

एक बात और क्या रक्तदान से कॉलेस्ट्रॉल में कमी भी होती है?

प्रकाश गोविंद ने कहा…

रक्त-दान से सम्बंधित अत्यंत सार्थक एवं आवश्यक जानकारी मिली !
-
-
आभार !!!!!

Dr. Zakir Ali Rajnish ने कहा…

बहुत ही महत्‍वपूर्ण जानकारी। आभार।

------
क्‍या आप टाइगर मम्‍मी हैं?
रितुमाला: अनचाहे गर्भ से बचने का प्राकृतिक उपाय।

Dr Parveen Chopra ने कहा…

कुछ कुछ लेख तो ऐसे हैं जिन के पोस्टर बन जाने चाहिएं....
धन्यवाद, एवेयरनैस बढ़ाने के लिये।

मोनिका गुप्ता ने कहा…

बहुत अच्छा लेख पर एक बात समझ नही आई कि स्त्री से रक्तदान स्वीकार नही किया जाता .... समझ नही आया !!! जबकि इस क्षेत्र मे महिलाए बढ चढ कर ना सिर्फ आगे आ रही है बल्कि जागरुकता भी फैला रही हैं..!!

Darshan Lal Baweja ने कहा…

@मोनिका गुप्ता जी गर्भावस्‍था तथा पूर्णावधि के प्रसव के पश्‍चात शिशु को दूध पिलाने की 6 माह की अवधि में किसी स्‍त्री से रक्‍तदान स्‍वीकार नहीं किया जाता है।
वैसे तो महिलाएं बढ चढ कर आगे आ रही है और जागरुकता भी फैला रही हैं

Monica Gupta ने कहा…

दर्शन जी

आपने सही लिखा है मैं खुद भी आईएसबीटीआई isbti.org से जुडी हूं जोकि स्वैच्छिक रक्तदान के क्षेत्र मे काम कर रही है. कोई शक नही कि महिलाए कुछ कारणो से रक्त दान नही कर पा रही पर दुख तो तब होता है जब रक्तदान के प्रति पूरी जानकारी ना होने के कारण वो अपने पति या अपने बच्चे को रक्तदान के लिए मना करती है. हमारा लक्ष्य ऐसी महिलाओ को जागरुक करना भी है जो रक्तदान ना भी कर सके पर दूसरो को मना भी ना करे.

Monica gupta

H r Gehlot ने कहा…

Very nice. Me abhi donete karke hi aya hu. Thank you for knowledge.

Harish Priyadarshi ने कहा…

गजब की पोस्ट है।

Harish Priyadarshi ने कहा…

नमो बुद्धाय सभी लोग रक्तदान करे और करने का प्रचार करें।

Unknown ने कहा…

Hum Bhi karenge Raktdan.....

Unknown ने कहा…

Hum Fir se karenge Raktdan.....

Jp chanania ने कहा…

Hum bhi karenge rakatdanrakatdan
Ek bar to kar chuke h
Jp chanania